"कुछ मेरी धड़कनों ने कहा
कुछ तेरी धड़कनों ने सुना
छा गया कुछ ऐसा नशा
लगता है जैसे अब नही रहा
दुनिया से कुछ भी वास्ता "
"जुबाँ से न सही नज़र से तो कहो
कि तुम्हें भी हमारी जरुरत है
न कहो कि तुम्हे हमसे मोहब्ब्त है
पर ये तो कहो तुम्हें हमारी चाहत है "
Tuesday, January 28, 2014
"बहुत दिन रखा हमने उसे दिल के पिंजरे में
अब छोड़ दिया है उसे आज़ाद पंछी की तरह "
Friday, January 24, 2014
"हमसे बिछुड़ कर तुम जी नही सकोगे हमसे ज्यादा ये तुम्हे था यकीन
लेकिन तुम्हारे इस यकीन को हमने तिनके की तरह बिखरते हुए देखा "
" तुम्हारी एक मुस्कान के लिये हम दो जहाँ भी कुर्बान कर देते कर देते
बस एक बार झूठ ही सही कह देते कि तुमने भी हमसे मोहब्बत की थी कभी "
Thursday, January 16, 2014
"हर एक उस लम्हे में भी मैं हंसती - गुनगुनाती हूँ झूमती -- नाचती हूँ जिसमें तू नही है साथ मेरे पर तेरी यादें हैं साथ मेरे "
Monday, January 13, 2014
"छिड़ गयी एक दिन जंग
मेरे और उसकी यादों के बीच
सोचा मैंने भी कि आज
मैं यूं ही हार नही मानूंगी
क्यों हर बार मैं हार जाती हूँ उससे
मन को पक्का किया दिन भर झटकती
रही यादों को और लगाया रखा खुद को काम में
दिन भर तो आराम से बीता
लगा जैसे मैं जीत ही गयी उसकी यादों से
आज, सोच कर खुश हुई थी कि
आँख से एक आंसू बह निकला
फिर मैं आज हार गयी
या यूं कहूँ दिल मेरा जीत गया"
Thursday, January 9, 2014
"क्या है प्रेम
मन की भाषा है
या है देह या आँखों की
सच क्या है ?
नही जान सका कोई आज तक
हर किसी का प्रेम अलग है
कोई देह के पास आकर खुश है
तो कोई दूर बैठा दिल में
किसी की यादों के साथ जशन मना रहा है"
Wednesday, January 8, 2014
"सामने था वो मेरे हंसते मुस्कुराते हुए
उसे देख मैं भी यूं कुछ गुनगुनाने लगी
पल दो पल ही गुज़रे थे शायद
कि अचानक आँख खुल गयी
कोई भी नही था पास मेरे
था तो बस मेरा अपना
प्यारा सा भोर का यह एक सपना "
Tuesday, January 7, 2014
“जिन्दगी की इन तन्हाइयों में एक उसकी यादों का सहारा काफी है वो न हो गर पास मेरे तो क्या है गम बस कुछ अहसास ही काफी हैं”
Thursday, January 2, 2014
"उसकी ही यादों के सहारे बिता दी हमने यह जिंदगी
उसने कभी जाना नही हमने भी बताया नही
वो भी खोया था किसी दूसरे के अहसासों में
अरसा बाद पता चला कि वो दूसरा कोई नही, मैं ही थी"