Saturday, September 24, 2011

‎''प्यार होने पर बसते हैं दिलों में दो जहाँ, सुना था लोगो से
नाकाम होने पर क्या होता है नही बताया अंजाम किसी ने ''
''क्यों मोहब्बत में लोग किसी को अपना दिल देते हैं
कोई किसी का नही होता जमाने में,जबकि यह भी सबको पता है ''
''उन्होंने मजबूर तो बहुत किया की हम उनको भूल जाए
पर हमने भी कभी अपने से उन्हें दूर न होने की कसम खाई है ''

Friday, September 23, 2011

''सुना था मोहब्बत में होते हैं होशो हवास ग़ुम
पता चला इसका जब खुद इस राह से गुजरे''

Thursday, September 22, 2011

''जब प्यार में दो लोग जुदा होते हैं दर्द तो दोनों को ही होता होगा
फिर क्यों एक रोता है और एक रुलाता है ''
‎''ऐ मेरे हम नवा मुझ पर इतना तो करम फरमा,
दिल से जुदा होने के साथ ही मेरी जां भी साथ लेता जा''
''क्यों किसी ने इस दिल में दस्तक दी और चला आया इसके भीतर,
जब उसे इसे छोड़ कर और तोड़ कर जाना ही था ''

Tuesday, September 20, 2011

''दर्द है दिल में या उसका प्यार
क्यों तड़पाते हैं लोग वो अक्सर
जो कभी दावा किया करते थे कि
हम हैं करते तुम्हे टूट कर प्यार ''
''रुक रुक कर राहों में किया उसका हमने इंतज़ार, नही आया वो नही आना था उसे
फिर क्यों आज तक हम उसकी एक झलक के लिए हैं बेकरार''

Sunday, September 18, 2011

''ये हमारी मोह्ब्बत है जो उनकी बेवफाई के बाद भी उन्हें ही याद करती है
क्यूँ न हम भी कुछ ऐसा करे की बेवफाई क्या होती है उन्हें यह बताये''

Saturday, September 17, 2011

''खुशनुमा सुबह के जैसा है उसके प्यार का अहसास
काश ताउम्र आती रहे ऐसी खुशनुमा सुबह''
''दिल में उसकी यादों ने कुछ ऐसा पहरा बैठाया है
चाह कर भी कोई दूसरा उसमें जा नही सकता ''
"पल पल गिन कर किया करते हैं हम उनका इन्तजार पर वो कभी आते ही नही ,
उनसे अच्छी तो उनकी यादे हैं जो आकर कभी जाती ही नही "
''पता नही था की मोहब्बत में एक ऐसा वक्त भी आएगा
हम गिडगिडायेगें सामने उसके और वो हमें ठोकर मार कर चला जाएगा ''
''उसके बिना जीना एक भी दिन अब हो रहा है बेमानी
जिन्दगी ने हमें पहुँचाया हैं ये कैसे मुकाम पर ''

Thursday, September 15, 2011

''उसे याद करना घंटों उसका इंतज़ार करना
और न आने पर आँखों को गीली करना
फिर अगले ही पल उसकी तस्वीर प्यार से निहारना
कौन सा रोग उसे लगा है यह कौन उसे समझाए ''
''आज फिर वो बहुत याद आये मन में बहुत बैचेनी हुई
किसी दूसरे के साथ उन्हें देख कर यादों को कुछ राहत हुई''

Sunday, September 11, 2011

''जब मोहब्बत हुई तो दिन रात बस उनके ही सपने
लगा कि बगैर उनके हम जी न पायेगें,
जिंदगी ने सिखा दिया उनके बिना हमे जीना
लेकिन सपनों में वो अब भी रोज आते हैं''

Saturday, September 10, 2011

''मोहब्बत हुई है गर तो दिल में कसक और आँखों में नमी तो होगी ही
उसको याद करते हुए तन्हाई में कुछ गज़ले भी लिखी तो होंगी ही''
''क्यों जरुरी है किसी की याद में तडपना,
सब लोग यही कहते हैं लेकिन उन्हें क्या मालूम
जिन्होंने कभी किसी से प्यार न किया हो कि
इस तरह किसी को याद करने में कितना मज़ा है''
''प्यार का नशा ऐसा नशा है जो भी इसका गुलाम हो जाए
वो कहीं का नही रहता न जीता हैं न मरता है बस आहें भरता है''
'उनकी मोह्ब्बत ने हमें जीना सिखा दिया
अब ऐसे ही जीते रहे सारी उम्र तो भी कोई गम नही''

Friday, September 9, 2011

''तमाम उम्र हम देखा किये रास्ता उनका
इसी उम्मीद पर की वो आयेगे,वो आये तो सही
पर जो इंतज़ार का रिश्ता थाअब तक
हम दोनों के बीच वो तोड़ कर चले गए''

Monday, September 5, 2011

''हमें हैं जिन्हें रोज याद करने की आदत
कैसे अब हम उन्हें भूल जाएँ
जो आते हैं हर रात में सपने में मेरे
कैसे वो अब अपना रास्ता भूल जाए''

Thursday, September 1, 2011

"जब दिल को दिल से मिलती है राहत और दर्द को दर्द से
जब दर्द दिल में हो तो क्यों राहत मिलती नही दिल को "


''उसका प्यार न सही उसकी याद ही काफी है जीने के लिए
उसकी याद में ही उसका प्यार अब नज़र आता है मुझको''