Friday, April 26, 2013


"तुम्हारे हकदार नहीं हुये तो क्या तुम्हारी यादों के तो हकदार हैं हम 
 तुम्हारी यादों के सहारे एक तो क्या कई जन्म गुज़ार सकते हैं हम "

Monday, April 22, 2013

"जैसा मैं तुम्हे महसूस करती हूँ क्या वैसा तुमने मुझे महसूस किया है कभी
तुम्हारी बाहों के घेरे में  तुम्हारे सीने पे अपना सर टिका कर तुम्हारी सांसों को  अक्सर ही सुना है मैंने  
जैसा प्यार मैंने तुम्हे  किया है क्या वैसा ही कभी चाहा है तुमने मुझे  
रातों को रोज़ ही सपनों में अपने पास देखा है मैंने तुम्हें 
तुम्हारे ऊपर जिस तरह फ़िदा हूँ मैं क्या तुम भी कभी मेरे बारे में सोचते हो 
तुम्हारे  जिक्र से ही  थम जाती हैं मेरे दिल की धड़कने 
क्या कभी तुम्हें भी ऐसा ही नशा हुआ मेरे नाम से "   

Wednesday, April 17, 2013

"उसके अहसासों के बिना अधूरी सी है जिन्दगी मेरी
 या रब  क्यों उसे ही बस मेरा अहसास नही होता  "  

Tuesday, April 16, 2013


" जिये जा रहे हैं जिन्दगी बस एक उसके  इंतज़ार में 
कभी तो ख्वाबों से बाहर रूबरू मुलाक़ात होगी उससे" 

Monday, April 15, 2013

" कैसे कहें यह हम उनसे की उनके बिना रहना अब कितना है मुश्किल 
 वो यह समझ के भी न समझे तो उन्हें कैसे समझाए अब यह है मुश्किल "

Thursday, April 11, 2013

"कुछ अहसासों में अब भी बाकी है उसका अहसास 
 चाहती हूँ जबकि मैं भुला देना उसके अहसासों को 
 फिर क्यों नहीं दूर होता वो मेरे मन मस्तिष्क से 
यह कैसी जुम्बिश है यह कैसी कशिश है उसकी "

Tuesday, April 9, 2013

" मैं जब भी कभी  सोचती हूँ उसके बारें में 
 मेरे तन - मन में जल तरंग सा बजने लगता है 
 महकने लगती है जैसे रजनी गंधा की सी खुशबू
  और मैं भी चहकती हूँ एक  गौरैया की तरह " 

Thursday, April 4, 2013

"आज क्यों फिर उसकी  बेतहाशा याद आयी ,
  कुछ पल  के लिए लगा जैसे वो यहीं कहीं मेरे पास ही है
  जबकि यह मुझे भी  मालूम है कि वो नहीं  है
 फिर भी कुछ पल का यह अहसास भी अच्छा
  जो  सुकून भर देता है मेरे मन में  "