Monday, June 30, 2014

"उसकी याद और फिर एक दर्द
कुछ चुभन दिल में और आँखे नम "   

Friday, June 27, 2014

" कुछ तो हलचल हुई होगी उसके भी दिल में
   जब उसने मेरा जिक्र सुना होगा "

Wednesday, June 25, 2014

"क्यों हर बार उसका ऐतबार करते हैं हम
 जिसे इसका मतलब भी नहीं मालूम " 
"फाँस की तरह दर्द देते हो अब तुम
  निकलते भी नही मेरे दिल से
  बस चुभते ही रहते हो हर वक्त" 
"कैसे उसे अब भूलूँ जो कभी
 आदत बन गया था मेरी " 

Monday, June 23, 2014

"दुनिया की इस भीड़ में यूं तो मिल जायेगें बहुत आपको छूने वाले
  पर इनमे से कोई एक ही आपके मन को छू पाता  है" 
 "क्यों उसका इंतज़ार हम करते हैं जबकि हमें यह भी
 मालूम है कि कभी उसे हमारी गली में  आना  ही नही "
"बारिश का यह रिमझिम मौसम
तुम्हारा अहसास
बहुत है मेरे तन मन
की बेचैनी बढ़ाने के लिए "

Saturday, June 21, 2014

"यादों का जिक्र भर करना ही आँखों में आंसू लाना होता है
क्यों इनका काम हर किसी का दिल दुखाना ही होता है "

Wednesday, June 11, 2014

"अपने मुक़ददर में माँगा है तुझे 
 बड़ी मन्नतों से माँगा है तुझे
 कभी न होना अब इस दिल से दूर 
 बड़ी शिदद्तोँ से चाहा है तुझे " 

Monday, June 9, 2014

"जिस अदा से तुम हम पर  इल्ज़ाम लगाते हो
बेगुनाह होते हुए भी हम अपना गुनाह मान लेते हैं"  
"वो था खोया मेरे ही ख्यालों में
और मैं ढूँढती रही उसे न जाने कहाँ - कहाँ "
  

Thursday, June 5, 2014

"सोचते हैं जब भी तेरे बारें में चेहरे पर एक मुस्कान आ जाती है 
 और पूछते हैं लोग वजह हमसे इस तरह बे वजह मुस्कुराने की " 
"शिकवे - गिले, रूठना - मनाना, प्यार - मौहब्बत  
ये सारी रौनक जिंदगी में बस  तुमसे  ही है"