Wednesday, December 17, 2014

"तुमसे मिले एक ज़माना हुआ है मुझे 
मगर फिर क्यों ऐसा महसूस हुआ कि 
अभी ही मुझसे मिलकर गया है कोई "

 "क्या सच में उसके आने की आहट सुनाई दी है 
या यूं ही हवाओं में संदल की सी खुशबू महक रही है "

Tuesday, December 2, 2014

 "कुछ मदहोशी सी छायी है  
 आज फिर याद उसकी
 बेतहाशा आयी है
 क्यों नही
 हमेशा के लिये निकल जाती
 मेरे दिल से उसकी यादें
 कब तक इस तरह
 पल - पल जलना
सोच कर की आज ख़त्म
ही  कर दूँ ये किस्सा
जैसे ही मैंने अपनी
आँखों को बंद किया
फिर उसका चेहरा मेरी
बंद आँखों में  नज़र आया "