Wednesday, August 31, 2011

''वो प्यार में मीठा - मीठा दर्द दिल को सुकून देता था,
जो अब उसकी याद का दर्द बन कर दिल को दर्द देता है''


''दिल में उसकी याद का दर्द कुछ इस कदर हुआ
हाथ में चुभी फांस देती है जैसे दर्द ''
''मोहब्बत के वो वादें, वो सारी कसमें क्या हुई,
जो कभी तुमने मेरा हाथ थाम कर खाई थी''

Monday, August 29, 2011

''उनकी मोहब्बत में हमें जमाने की रुसवाई भी मंजूर है
वो एक बार कहे तो सही की उन्हें भी हमसे मोहब्बत है''


''जब सोचा बस तुझे ही सोचा जब चाहा बस तुझे ही चाहा
तेरे सिवा कोई नही है मेरी दुआओं और मेरे ख्वाबों में,


'' एक बार जो वो मेरी निगाह में बस गए
चाह के भी मुझसे दूर न रह पायेगें
इतना असर हुआ है उन पर मेरी मोहब्बत का
जाना पड़ा जो दूर कभी उनको तो जी न पायेगें

Tuesday, August 23, 2011

''आज फिर उसकी याद बेतहाशा आयी आँख भरी ही थी
कि उसकी भोली सूरत व मुस्कुराहट याद आ गयी ''
''उनसे मोहब्बत के सिलसिले जो शुरू हुए
आँखों ने नये सपने देखने शुरू किये
क्या होगा अंजाम यह सोचकर अब डरता है दिल,
पर दूसरे ही पल फिर उसे याद कर उससे
मिलने की चाह में मचलता है दिल ''

Thursday, August 18, 2011

''ऐसा लगा जैसे उसने मेरे होठों को छुया,
आँख खुली तो देखा ओस की पहली बूँद थी''

Wednesday, August 17, 2011

'' किसी के प्यार में इतना डूब गये हम
कि खुद का पता भी नही मालूम अब हमें
''यह कोई मीठा ख्वाब है या मेरा वहम
जिधर भी देखूं उधर बस तू ही तू है''

Saturday, August 13, 2011



''उनकी चाहतों ने हमें इस कदर दीवाना बना दिया कि अब
दीवाने भी हमसे पूछने लगें हैं इस दीवानेपन का राज ''

Friday, August 12, 2011

''हम गुम थे उनके ख्यालों में इस कदर
कि उनके आने की आहट ही न जान पाए
वो नाराज हो गये हमसे यह कह कर
पता नही हम किसके ख्यालों में गुम हैं ''

Thursday, August 11, 2011


'' उसकी यादों के सिवा दिल में कुछ नही है मेरे,
जो एक तस्वीर थी उसकी वो भी साथ ले गया अपने''
'' मुझको मुझसे ही चुरा कर वो मेरा सब कुछ ले गया
बदले में अपनी यादे व कभी न खत्म होने वाली तन्हाइयाँ दे गया''

Monday, August 8, 2011

''दिल में हसरतों को जगा कर मिलने का वादा किया उसने ,
फिर क्या हुआ ऐसा, मैं करती रही इंतज़ार वो आया नही पास''

Sunday, August 7, 2011

''दर्द तन्हाई रुसवाई गर यही नाम हैं मोहब्बत के
तो हमें उनसे यह मोहब्बत मंजूर है''
''अब तो हर वक्त उसे याद करना हमारा काम है
लोग कहते हैं कि हम कुछ करते नहीं''

Wednesday, August 3, 2011

‎''तुझमें कुछ तो ऐसा है जो तू दूसरों से जुदा है
क्या तुझमे मै और मेरा प्यार तो नही''
''ये प्यार, ये खुमार, ये नशा सब उन्हीं का है
जब हम उनके नशे में हैं तो फिर शिकवा - शिकायत कैसी''

Monday, August 1, 2011

'कुछ तो था हमारे दरमियाँ जो कुछ कदम हम साथ चले थे,
वो प्यार नही रहा तो क्या हुआ यादे तो अभी भी दरमियाँ हैं''