Thursday, October 30, 2014

"महसूस खुद को तेरे बिना मैंने कभी किया नही 
हर लम्हें में बस तू है तेरे सिवा दूसरा कोई भी नही "

Sunday, October 26, 2014

"उसकी यादों का सैलाब फिर मुझे बहा ले गया दूर तक अपने साथ
 कुछ भी नही छोड़ा उसने मुझमें बस वो ही वो था मेरे अंदर बाहर "

Thursday, October 9, 2014

देखा है मैंने तुम्हारा ही रास्ता हर बार 
किया है तुमसे ही बस प्यार बेशुमार 
पर तुम पलट गए खुद कह कर 
करता हूँ बस तुमसे ही प्यार 
चाहा मैंने भी कि भुला दूँ तुम्हे 
चली जाऊँ तुमसे हमेशा के लिए दूर 
पर यह दिल जिसमें तुम बस गये 
न जाने कहाँ से आकर 
जाना ही नही चाहता 
तुम्हारी यादों से दूर 
हो जहाँ भी तुम 
मिले तुम्हें  मेरे भी हिस्से की खुशियाँ 
चाहा है बस तुम्हें ही बार - बार 
देखा है मैंने तुम्हारा ही रास्ता हर बार 



Monday, October 6, 2014

ख़ामोश इश्क़ प्रेमी को 
धीमे - धीमे सुलगने पर मजबूर करता है 
जिसका धुआं उसकी साँसों में 
घुलता जाता है 


"तू मुझे चाहे ना चाहे कोई शिकवा नही 
अपना माने ना माने ग़िला नही 
पर मेरे दिल के खुश को रहने के लिए 
बस तेरा एक ख़्याल ही काफी है "


Friday, October 3, 2014

"तुम्हारे सिवा सोचा ही नही
 कभी किसी दूसरे  के बारें में
 यहाँ तक की खुद को भी
भुला दिया तुम्हारे प्यार में "
मेरे प्यार का इतना तो इम्तेहान न लो अब तुम
कहीं मुझे अपने प्यार से ही नफरत न हो जाए "

Wednesday, October 1, 2014

"डर लगता है हर वक्त
 यह सोचकर कि 
किसी दिन चुपके से 
तुम निकल न जाओ 
मेरे दिल से कहीं 
इसलिए नींद में भी
मैं अपने दिल को 
पकड़ कर रखती हूँ "