देखा है मैंने तुम्हारा ही रास्ता हर बार
किया है तुमसे ही बस प्यार बेशुमार
पर तुम पलट गए खुद कह कर
करता हूँ बस तुमसे ही प्यार
चाहा मैंने भी कि भुला दूँ तुम्हे
चली जाऊँ तुमसे हमेशा के लिए दूर
पर यह दिल जिसमें तुम बस गये
न जाने कहाँ से आकर
जाना ही नही चाहता
तुम्हारी यादों से दूर
हो जहाँ भी तुम
मिले तुम्हें मेरे भी हिस्से की खुशियाँ
चाहा है बस तुम्हें ही बार - बार
देखा है मैंने तुम्हारा ही रास्ता हर बार