Thursday, March 26, 2015

"जबकि मुझे भी यह पता है कि तुम मेरे नही हो 
फिर क्यों  मेरा पागल दिल यह नहीं मानता "


Friday, March 13, 2015

कौन साथ देता है किसी का

"मील के पत्थर की तरह कौन साथ देता है किसी का 
लोग तो मोड़ की तरह राह में साथ छोड़ दिया करते हैं "

Monday, March 9, 2015

 "जब भी देखा है तुझे
खुद को ही देखा है मैंने
जब भी जाना हैं खुद को
तुझको ही पाया है मैंने "
"हम तो मुददत से तेरे दीदार में आँखें बिछाये बैठे हैं
और एक तू न जाने किस की आँखों से उलझा हुआ है "