कुछ अहसास
Sunday, June 30, 2013
"हम तेरी मंजिल तो कभी नहीं थे यह तो हमें मालूम हैं
पर क्या तेरी राह गुज़र के लायक भी नहीं थे हम "
Monday, June 17, 2013
"तुम्हे मैंने
महसूस किया है अपने
हरेक उस पल में जो सिर्फ मेरे ही
हैं"
Wednesday, June 12, 2013
"अपने वादे को न निभाना तेरी आदत है
तेरे हर वादे पर ऐतबार करना मेरी मोहब्बत"
Monday, June 10, 2013
"अब तक तो तेरे हर वादे पर हमने किया था ऐतबार
लेकिन अब न हो सकेगा हमसे यह हर बार "
"हमें मालूम है यह तेरी आदत है आने का कह कर न आना
फिर क्यों हम हर दफ़ा तुझ पर ऐतबार कर लेते हैं "
" तेरी परछाई और तेरी ही जिन्दगी का हिस्सा हूँ मैं
परछाई से दूर कौन जा सका है
जो तू मुझसे दूर चला जाएगा "
"अब क्या और क्यों जुस्तजू करूँ मैं किसी और की जब बस
तू और तेरा एक ख्याल ही काफी है मुझे जिन्दगी भर खुश रहने को "
"जिन्दगी के उस एक पल जो आज भी याद करते हैं हम
जिस पल में तुम्हारे किये वादे पर ऐतबार किया था मैंने "
"बस एक शाम ही तो मांगी थी तुमसे कोई जिन्दगी भर का वादा तो नहीं माँगा था
वो भी नही दे सके तुम मुझे मैंने तो बिना मांगे ही अपना सब कुछ दे दिया तुम्हे "
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