कुछ फासला है तेरे मेरे दरमियाँ
पहले जैसी बाते न सही लेकिन कुछ तो
अहसास बाकी हैं तेरे मेरे दरमियाँ
वो बाते , वो यादें , वो शरारत आज भी हैं
तुम्हे याद हो न हो लेकिन अब भी बहुत
है ऐसा जिसे याद करके आँखें नम हो जाती हैं
साथ नहीं हैं लेकिन साथ चलने की तमन्ना
अब भी बाकी है तेरे मेरे दरमियाँ
पहले जैसी बाते न सही लेकिन कुछ तो
अहसास बाकी हैं तेरे मेरे दरमियाँ
वो बाते , वो यादें , वो शरारत आज भी हैं
तुम्हे याद हो न हो लेकिन अब भी बहुत
है ऐसा जिसे याद करके आँखें नम हो जाती हैं
साथ नहीं हैं लेकिन साथ चलने की तमन्ना
अब भी बाकी है तेरे मेरे दरमियाँ