कुछ अहसास
Thursday, November 7, 2013
"चाहते रहें हैं हम उसे मुददतों से पर इज़हार न कर सकें
डरते हैं कि कहीं वो मेरा प्यार हँसी में उड़ा दे "
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment