''आँख''
आँखों ने पढी आँखों की मौन भाषा,
आँखों ने की खता, हुआ दर्द सा दिल में,
आँखों के रास्ते उतरा दिल में कोई,
देखा आँखों ने एक प्यारा सा सपना,
एक नशा सा हुआ तन - मन में,
आया कोई बहुत ही दिल के करीब,
जब आँख खुली,तो अहसास हुआ कि
यह तो बस एक प्यारा सा सपना था,
No comments:
Post a Comment