कुछ अहसास
Friday, January 24, 2014
" तुम्हारी एक मुस्कान के लिये हम दो जहाँ भी कुर्बान कर देते कर देते
बस एक बार झूठ ही सही कह देते कि तुमने भी हमसे मोहब्बत की थी कभी "
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