कुछ अहसास
Friday, September 28, 2012
"दिन भर उनकी बातों को बार - बार याद करते हैं हम
और रात में इस इरादे से
जल्दी सो जाते हैं की आज खवाबों में ही शायद उनका दीदार हो जाए "
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